Tuesday, 7 June 2022

नुपर शर्मा प्रकरण की असली कहानी


मित्रो जैसे कि आप देख रहे है कि पिछले कुछ दिनों से भगवा चोला पहने कम्युनिस्ट हिन्दू ह्रदय सम्राट मोदी जी के साथ गाली गलौज कर रहे है। ShameOnBJP ट्रेंड कर रहे है। इन लोगो को पता नही है कि *जहां इनकी सोच खत्म होती है वहाँ से मोदी जी की शुरू होती है*

जैसा की आप को विदित है कि कुछ भगवा चोला पहने कम्युनिस्ट हर मस्जिद मैं शिव लिंग ढूंढने की कोशिश कर रहे है। परम पूजनीय श्री मोहन जी भागवत ने ऐसे लोगो को चेताया भी ओर मना भी किया कि हर मस्ज़िद मैं शिव लिंग ढूंढने की क्या जरूरत है। मुस्लिम भी हमारे भाई है। हमारा डीएनए एक है। सिर्फ पूजा पद्धति अलग है। अगर हमारे सेम डीएनए वाले भाई अलग पूजा पद्धति से पूजा कर रहे है तो उनको क्यो तंग करना। मोदी जी ने 786 योजना हमारे भाइयों के लिए चला रखी है पर इन भेड़ की खाल में छिपे भेड़िए उनको डरा में रखते है वो इन योजना का फायदा नही उठा पा रहे है। 

इधर वेबकूफ नुपर शर्मा इन भेड़ियों के जाल मैं फंस गई और महादेव की कतिथ बेइज़्ज़ती का जबाब देने के चक्कर मे पैगम्बर मोहम्मद (PBUH) पर आपत्ति जनक टिप्पणी कर बैठी। हालांकि अब सब को समझा दिया गया है कि आगे से इस जाल मैं नही फसना है और कोई हिन्दू देवी देवताओं की कितनी भी बेईज़ती करे हमको सिर्फ इन 786 योजनाओ को अपने सेम डीएनए वाले भाइयों तक पहचाना है ताकि वो हमारे बराबर आ सके। कांग्रेस ने इनका बहुत शोषण किया है और आज भी हमारे भाई सबसे दबे कुचले है। खैर मोदी जी तो मोदी जी है उन्होंने *आपदा मैं अवसर* ढूंढा। 

उन्होंने हर मस्जिद में शिवलिंग ढूंढने की मानसिकता पर प्रहार करने की सोची ओर मस्जिद के जगह भेड़ियों के सामने खुद को पेश कर दिया। आखिर मोदी जी के लिए *सबसे पहले देश* है और उन्होंने कसम खाई है कि *देश नही झुकने दूंगा* मोदी जी की स्ट्रेजी सफल रही और भेड़िये मस्जिद मैं शिव लिंग ढूंढना छोड़ मोदी जी पीछे लग गए। ऐसा बलिदान सिर्फ मोदी जी ही कर सकते है। पर ये मोदी जी ने कैसे किया इसकी कहानी बहुत रोचल ओर प्रेरणा वाली है। पर जिस बाल मोदी ने बचपन मे मगरमच्छ पकड़ लिया हो उसके लिए बाए हाथ का खेल है। 

मोदी जी की हमारे सेम डीएनए वाले भाइयों के मामू जाद भइयो के देशों मैं बहुत इज़्ज़त है। हर देश ने अपने यहाँ का सबसे उपर वाला अवार्ड मोदी जी को दे रखा है।

मोदी जी ने अपनी वर्ल्ड फेमस टेक्निक जो उन्होंने अपने हिमालय प्रवास के दौरान सीखीं थीं। जिसके आगे निंजा टेक्निक भी फेल है। *शेर  लंबी छलांग मारने से पहले दो कदम पीछे लेता है* को प्रयोग मैं लातें हुए कतर को फोन किया कि आप हमारे को धमकी दो। कतर घबरा गया कि कही मोदी जी *अब होगा ताँडव* वाले मूड मैं तो नही है। कतर वालो ने डरते डरते मना कर दिया कि हम *विश्व गुरु दुनिया के सबसे लोकप्रिय 56 इंच वाले प्रधानमंत्री* को कैसे धमकी दे सकते है। अचानक मोदी जी *अब होगा तांडव* वाले रूप मे आ गए ओर बोला कि ठीक है हम तुम्हारा गेंहू बन्द कर देते है। सेम डीएनए वाले भाई का मामू जाद कतर का शेख मोदी जी के पैरों मैं गिर गया। और गिड़गिड़ा के बोला हम अकेले ये नही कर सकते। हमारे दूसरे भाई क्या कहेंगे आप सबको बोलो की हमारे साथ रहने को बोलो। फिर मोदी जी ने मामूजाद भइयो के संघटन OIC को धमकी भरा पत्र लिखा। मामू जाद भाई तुरन्त घुटनो पर आ गए और भरे ओर डरे मन से धमकी देने लगे। 

ओर भगवा पहने कम्युनिस्ट तुरन्त मस्ज़िद मैं शिवलिंग ढूंढना छोड़ मोदी जी के पीछे पड़ गए। वो बेबकुफ़ समझ ही नही पाए कि * जहां से उनकी सोच खत्म होती है मोदी जी की शुरू होती है*

मोदी जी के परम् भक्त पूर्ण प्रकाश अग्रवाल की मोदी जी के चरणो  मै समर्पित कलम से। 

(ऐसे लिखते है जाहिलो की कलम से हालांकि टाइप किया है)